Awas Plus Survey App: भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक गरीब परिवार को पक्का घर उपलब्ध कराया जा सके। इस दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है, जिसे Awas Plus Survey App के नाम से जाना जा रहा है। यह ऐप उन लाभार्थियों की पहचान के लिए बनाया गया है, जो अभी तक किसी भी आवास योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं, लेकिन वे इसके लिए पात्र हैं। अब ग्रामीण क्षेत्रों में इस ऐप के जरिए सर्वे फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।आवास प्लस सर्वे एप
यह सर्वे पूरी तरह डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है और इसमें ग्रामीण क्षेत्र के सभी ऐसे परिवारों को शामिल किया जा रहा है जो बेघर हैं, या झोपड़ी, टीन शेड या कच्चे घर में रहते हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी जरूरतमंद परिवार सरकारी सहायता से वंचित न रह जाए।
Awas Plus Survey App क्या है?
Awas Plus Survey App एक मोबाइल एप्लिकेशन है जिसे विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आवास से वंचित परिवारों की पहचान करने के लिए विकसित किया गया है। यह ऐप भारत सरकार की ओर से राज्य सरकारों को उपलब्ध कराया गया है और इसका उपयोग पंचायत स्तर के अधिकारी, बीएलओ, सचिव या ग्राम रोजगार सहायक द्वारा किया जाता है।
इस ऐप के माध्यम से सर्वे अधिकारी घर-घर जाकर लाभार्थियों की जानकारी इकट्ठा करते हैं, जैसे कि परिवार की कुल सदस्य संख्या, मकान की स्थिति, आय का स्रोत, दस्तावेज़ आदि। यह सारा डेटा ऐप में ऑनलाइन एंट्री किया जाता है, जो सीधे केंद्रीय सर्वर पर अपलोड हो जाता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत Awas Plus Survey App के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पात्र लाभार्थियों का नया सर्वे शुरू कर दिया गया है। इस सर्वे का उद्देश्य उन परिवारों को चिन्हित करना है जिन्हें अब तक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। अब फील्ड कर्मचारियों द्वारा ऐप के ज़रिए डिजिटल फॉर्म भरे जा रहे हैं, जिसमें आवेदक की सामाजिक, आर्थिक और आवासीय जानकारी ली जा रही है। सर्वे पूरा होने के बाद नई सूची तैयार की जाएगी और पात्र परिवारों को योजना में शामिल किया जाएगा।
ग्रामीण आवास सर्वे फॉर्म की प्रक्रिया कैसे शुरू होती है?
सर्वे फॉर्म भरने की प्रक्रिया ग्राम पंचायत स्तर से शुरू होती है। सबसे पहले राज्य सरकार द्वारा सभी पंचायतों को निर्देश दिए जाते हैं कि जिन परिवारों के पास अभी तक पक्का घर नहीं है, उनका सर्वे कराया जाए। इसके बाद पंचायत सचिव या नियुक्त सर्वे अधिकारी Awas Plus Survey App का उपयोग करते हुए घर-घर जाकर जानकारी इकट्ठा करते हैं।
यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल होती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और हर लाभार्थी की जानकारी सरकार तक सीधे पहुंच जाती है। सर्वे के दौरान जो जानकारी ली जाती है, वह भविष्य में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत पात्रता सूची तैयार करने में काम आती है।
Awas Plus App की विशेषताएं
- डिजिटल और त्वरित डेटा एंट्री
- जीपीएस आधारित लोकेशन कैप्चर
- लाभार्थी का फोटो अपलोड करने की सुविधा
- ऑफलाइन मोड में सर्वे करके बाद में डेटा अपलोड करने की सुविधा
- दस्तावेज़ की स्कैनिंग और अपलोडिंग
- पात्रता जांच के लिए अलग-अलग पैरामीटर
पीएम आवास सर्वे कौन लोग होंगे इस सर्वे में शामिल?
इस सर्वे का उद्देश्य उन लोगों को चिन्हित करना है जो अब तक किसी सरकारी आवास योजना से वंचित रहे हैं। शामिल होने वाले लाभार्थी निम्नलिखित श्रेणियों में हो सकते हैं:
- जिनके पास कोई पक्का घर नहीं है
- जो झोपड़ी, टिन, या मिट्टी के घर में रह रहे हैं
- विधवा महिलाएं या एकल महिलाएं जिनके पास कोई संपत्ति नहीं है
- ऐसे वृद्धजन जो आर्थिक रूप से निर्भर हैं
- विकलांग व्यक्ति
- आदिवासी परिवार जो बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं
पीएम आवास सर्वे के दौरान कौन-कौन सी जानकारी ली जाती है?
जानकारी का प्रकार | विवरण |
---|---|
आवेदक का नाम | आधार और समग्र ID के अनुसार |
परिवार के सदस्य | कुल संख्या, उम्र, लिंग |
आवास की स्थिति | पक्का, कच्चा, अर्ध-पक्का |
बिजली, पानी, शौचालय | उपलब्धता की जानकारी |
सामाजिक श्रेणी | सामान्य, ओबीसी, एससी, एसटी |
रोजगार और आय | परिवार की आय का स्रोत |
दस्तावेज़ | आधार कार्ड, राशन कार्ड, फोटो आदि |
बिलकुल, नीचे “आवास प्लस एप से सर्वे फॉर्म कैसे भरें?” इस विषय पर विस्तार से और सरल, इंसानी भाषा में पूरी जानकारी दी गई है, ताकि जिसे भी यह प्रक्रिया समझनी हो, वह आसानी से समझ सके।
आवास प्लस एप से सर्वे फॉर्म कैसे भरें?
Awas Plus Survey App का उपयोग विशेष रूप से सरकारी सर्वे अधिकारियों, पंचायत सचिवों और अन्य नियुक्त कर्मियों द्वारा किया जाता है ताकि वे ग्रामीण क्षेत्रों में आवास से वंचित पात्र परिवारों की जानकारी डिजिटल रूप से दर्ज कर सकें। यह ऐप आम नागरिकों के लिए नहीं है, लेकिन जानना जरूरी है कि इसके जरिए फॉर्म कैसे भरा जाता है और कौन-कौन सी जानकारियाँ इसमें ली जाती हैं।
1. एप डाउनलोड और लॉगिन
Awas Plus Survey App केवल अधिकृत अधिकारियों को उपलब्ध कराया जाता है। अधिकारी को सरकार की ओर से यूजर आईडी और पासवर्ड मिलता है।
- ऐप को मोबाइल या टैब में इंस्टॉल किया जाता है।
- लॉगिन करते ही अधिकारी को अपनी पंचायत या क्षेत्र का चयन करना होता है।
2. सर्वे शुरू करने से पहले तैयारी
- सर्वे अधिकारी घर-घर जाकर पूछताछ करते हैं।
- जरूरी दस्तावेज़ों की जानकारी लेते हैं जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, समग्र ID आदि।
- मकान की स्थिति, बिजली, पानी, शौचालय जैसी सुविधाओं की जानकारी ली जाती है।
3. लाभार्थी की व्यक्तिगत जानकारी भरना
- नाम, पिता/पति का नाम
- जन्मतिथि या उम्र
- लिंग
- सामाजिक श्रेणी (SC/ST/OBC/General)
- आधार नंबर और समग्र ID
4. परिवार की जानकारी दर्ज करना
- परिवार में कुल कितने सदस्य हैं
- सभी सदस्यों के नाम और उम्र
- विशेष स्थिति (जैसे विकलांगता, विधवा, अकेली महिला आदि)
5. आवास की जानकारी
- क्या वर्तमान में पक्का मकान है या कच्चा
- छत, दीवार और फर्श की स्थिति
- कितने कमरे हैं
- क्या आवास खुद के नाम पर है या किराये पर
6. सुविधाओं से जुड़ी जानकारी
- बिजली उपलब्ध है या नहीं
- पीने का पानी कहां से आता है
- शौचालय की सुविधा है या नहीं
- गैस कनेक्शन है या नहीं
7. भौगोलिक स्थिति और फोटो लेना
- घर की फोटो ऐप से ही खींचकर अपलोड की जाती है
- जीपीएस लोकेशन अपने आप ऐप में सेव हो जाती है, जिससे स्थान की पुष्टि हो सके
8. दस्तावेज़ अपलोड करना
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- समग्र ID
- बैंक पासबुक की कॉपी (यदि मांगी जाए)
9. फॉर्म का फाइनल सेव और सबमिट
सभी जानकारियों को भरने के बाद फॉर्म सेव किया जाता है।
- यदि इंटरनेट उपलब्ध हो, तो तुरंत सर्वर पर अपलोड हो जाता है
- यदि नेटवर्क नहीं है, तो डेटा ऐप में सेव रहेगा और बाद में अपलोड किया जा सकता है
ध्यान देने योग्य बातें
- सर्वे केवल सरकार द्वारा अधिकृत अधिकारी ही कर सकते हैं।
- जानकारी दर्ज करते समय सटीक और सत्य जानकारी देना बेहद जरूरी है।
- कोई भी जानकारी छुपाने या गलत बताने पर भविष्य में पात्रता रद्द हो सकती है।
- सर्वे में शामिल होना योजना का हिस्सा बनने का पहला कदम है, इससे यह तय नहीं होता कि आवास तुरंत मिलेगा।
पीएम आवास सर्वे का लाभ क्या है?
Awas Plus Survey App के जरिए जो जानकारी एकत्र की जा रही है, उसका सीधा लाभ यह होगा कि कोई भी वास्तविक जरूरतमंद व्यक्ति आवास योजना के लाभ से वंचित नहीं रहेगा। सरकार इस डेटा के आधार पर नई सूची तैयार करेगी और जो नाम पहले छूट गए थे, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर योजना में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, भविष्य में योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता भी बनी रहेगी
पीएम आवास सर्वे (FAQ)
प्रश्न 1: क्या Awas Plus Survey App से खुद आवेदन कर सकते हैं?
नहीं, यह ऐप आम लोगों के लिए नहीं है। इसका उपयोग केवल अधिकृत सर्वे अधिकारियों द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 2: यदि सर्वे में मेरा नाम नहीं जोड़ा गया तो क्या कर सकते हैं?
आप अपने ग्राम सचिव या पंचायत में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं और दुबारा सर्वे की मांग कर सकते हैं।
प्रश्न 3: क्या यह सर्वे पूरे भारत में हो रहा है?
यह सर्वे उन राज्यों और जिलों में हो रहा है जहां अब तक सभी पात्र लोगों को आवास योजना का लाभ नहीं मिला है।
प्रश्न 4: क्या यह सर्वे केवल ग्रामीण इलाकों के लिए है?
हां, फिलहाल यह सर्वे केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए किया जा रहा है, ताकि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का लाभ सभी तक पहुंचे।
प्रश्न 5: क्या सर्वे में जुड़ने से तुरंत आवास मिलेगा?
सर्वे में नाम जुड़ना पहला चरण है। इसके बाद पात्रता जांच और सूची जारी की जाएगी, फिर आवास योजना के तहत किस्तें जारी की जाएंगी।
निष्कर्ष
Awas Plus Survey App के माध्यम से ग्रामीण भारत में आवास से वंचित लाखों परिवारों को एक नया अवसर दिया जा रहा है। यह ऐप तकनीक और पारदर्शिता का बेहतरीन उदाहरण है, जिसके जरिए सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर जरूरतमंद को छत मिल सके। यदि आप खुद को इस योजना के लिए पात्र मानते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके गांव में जब सर्वे हो, तो आपकी जानकारी सही तरीके से दर्ज हो। यह आपकी भावी आवास सहायता की नींव बन सकती है।